IPS Premsukh Delu Success Story: एक कहावत है लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती यह लाइन प्रेमसुख देलु पर सटीक बैठती है। इन्होंने अपने सपना पूरा करने के लिए 6 सरकारी जॉब छोड़ने के बाद IPS अफसर बन अपने माता पिता और अपना सपना पूरा किया।
Premsukh Delu Success Story:
प्रेमसुख देलु राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले है और इनके पिताजी ऊँट-गाड़ी चलाया करते थे। बचपन से तेज़ होने के कारण इनको पढ़ाई में काफी मन लगता इसीलिए इनके पिताजी इन्हे खूब पढ़ना चाहते थे। इनके चार भाई है जो इनको पढ़ने के दौरान काफी सहयोग किए। इनके पिताजी अपने बेटे और घर की परिवरिश के लिए दिन रात मेहनत करते। ये सब देख Premsukh Delu ने कक्षा 6 में ही सिविल सर्विस में जाने का मन बना लिया।
बचपन में प्रेमसुख देलु खूब पढ़ते इनके पढ़ाई देखकर एक दिन स्कूल में इनके टीचर ने पूछा की कितने घंटे की नींद लेते हो तो इन्होंने जवाब दिया की मैं 4-5 घंटे सोता हूँ। इनको टीचर सोने की सलाह देते अक्सर महीने में पूछा करते की तुम कितने घंटे की नींद लेते हो। अपने पढ़ने के कारन इन्होंने MA में टॉप किया और अपने कॉलेज में GoldMeadlist से सम्मानित किया गया। इन्होने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से 6 साल में 6 सरकारी जॉब छोड़ दिया। आज के समय में एक सरकारी जॉब नहीं होता और इन्होने जॉब की लाइन लगा डाली।
पहला सरकारी जॉब पटवारी की हुई
Premsukh Delu की Success Story में इनके जीवन का पहला जॉब पटवारी के पद हुआ। इन्होने 2 साल पटवारी का जॉब किया उसके बाद ये जॉब छोड़ दिया फिर पढाई जारी रखी फिर इनका सेलक्शन ग्राम सेवक के पद पर हो गया। इन्होने अपने प्रदेश इस एग्जाम में 2 स्थान हासिल किया।
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फिर इसके बाद चयन राजस्थान पुलिस में SI के पद पर हुआ इसके बाद Premsukh Delu राजस्थान में पुलिस विभाग में असिस्टेंट जेलर के पद पर कार्यरत हुए। फिर इन्होने अपना पढ़ाई जारी रखा और उन्होंने बी एड और नेट की परीक्षाएं भी उत्तीर्ण की। उनका चयन फिर एक कॉलेज में लेक्चर के पद पर हो गया।
इन सब के बीच Premsukh Delu UPSC का परीक्षा की तैयारी करते रहे। इनके पहले ही प्रयास में इनका चयन राजस्थान प्रशासनिक सेवा में तहसीलदार के पद पर हो गया किन्तु इनका एकमात्र लक्ष्य IPS बनना था इन्होने जॉब नहीं की। अपने दूसरे प्रयास में UPSC में 170 वीं Rank के साथ सफलता पायीं और अपना IPS बनने का सपना को साकार किया।
जब माता पिता को किया सैल्यूट :
प्रेमसुख देलु अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और भाई को देते है। IPS Premsukh Delu कहते है की अगले जन्म में भी मेरा माता पिता आप ही हो। इन्होंने बहुत साहरा दिया लोग कहते थे की UPSC में हिंदी मध्यम का छात्र सफल नहीं होगा लेकिन मेरे माँ बाप और भाई इन सब बातों पर विश्वास नहीं करते थे। मैं जॉब छोड़ता गया लेकिन मेरे घर वालों ने कुछ नहीं बोला। मेरा हौसला बढ़ता गया और नौकरी करता गया मुझे अपने सपने को पूरा करना था।
Premsukh Delu अपना Success Story बताते हुए कहते है की जीवन में कभी निराश मत होएं आपको सफल होने में थोड़ा देरी तो लगता है लेकिन सफलता जरूर मिलती है। आपको अपने लक्ष्य के लिए कठिन परिश्रम करना होगा तभी आपको सफलता मिलेगी।
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